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गैब्रिएल गासिॅया मार्खेज़ बीसवीं सदी के महत्त्वपूर्ण रचनाकार। जन्म 6मार्च 1928 में अराकाताका ( Aracataca), कोलम्बिया में। मार्खेज़ ने 1948 में जब लिखना शुरू किया ,कोलम्बिया भीषण गृहयुद्ध की स्थिति में था। तकरीबन तीन लाख लोग अपनी जानें गवां बैठे…

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हम सबने महात्मा गाँधी की आत्मकथा पढ़ी होगी। हम सब उनके बारे में बहुत कुछ जानते भी होंगे, लेकिन गाँधीजी के बचपन के बारे में, इन घटनाओं के बारे में, बहुत कम लोग जानते होंगे। कथाकार और अनुवादक सूरज प्रकाश…

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बँटवारा पहले मानचित्र पर स्याह रेखाएं खींचता है फिर धीरे-धीरे लोगों के हृदय पर खंजर चुभोना शुरू करता है जिसका जख़्म समय भी नहीं भर पाता। यही जख़्म हिंदी की प्रख्यात कथा लेखिका एवं जर्नलिस्ट निर्मला भुराड़िया दिल के किसी…

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समकालीन हिंदी ग़ज़ल में इन्दु श्रीवास्तव एक चचिॅत नाम है। इन्दु श्रीवास्तव के लिए ग़ज़ल विचार को रूप देने का एक माध्यम है। जीवन की विसंगतियों से उपजे दर्द का आख्यान रचने वाली इन्दु श्रीवास्तव की पक्षधरता स्पष्ट है ,…

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डाॅ भावना हिंदी ग़ज़ल का ऐसा नाम है जो ग़ज़ल को ज़मीनी हकीक़त से जोड़ता है। ग़ज़ल में Satire है और विडम्बना जो जीवन के तल में बैठे विद्रूप को उजागर करते हैं। डाॅ भावना भाषा का कोई पेंच नहीं…

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